गैस रिसाव के बाद धमाका: जयपुर (Jaipur) हादसे के बाद के पल सीसीटीवी में कैद, 9 की मौत |
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जयपुर: (Jaipur) भीषण हादसा, गैस टैंकर में धमाके से मची तबाही |
जयपुर (Jaipur) -अजमेर हाईवे पर शुक्रवार सुबह हुए भीषण हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। एक गैस टैंकर और कई वाहनों के बीच टक्कर के बाद हुए विस्फोट ने नौ लोगों की जान ले ली, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे में 30 से ज्यादा वाहन जलकर खाक हो गए। यह दर्दनाक हादसा जयपुर शहर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर हुआ।
हादसे की भयानकता
जयपुर (Jaipur) में हुए इस हादसे के तुरंत बाद का दृश्य बेहद भयावह था। स्थानीय लोगों के अनुसार, आग की लपटें एक किलोमीटर दूर से भी देखी जा सकती थीं। घटना सुबह करीब 5:30 बजे एक पेट्रोल पंप के पास हुई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि टैंकर और ट्रक की टक्कर के बाद आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों को भागने का भी समय नहीं मिला।
“मैं अपने दो दोस्तों के साथ घर जा रहा था,” प्रत्यक्षदर्शी विवेक ने कहा। “जब मैंने जयपुर-अजमेर हाईवे पर धुआं उठता देखा, तो तुरंत अपनी कार रोकी। हमें लगा कि गैस लीक हो रही है, लेकिन जब तक हम स्थिति को समझते, धमाका हो गया।”
प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही जयपुर प्रशासन हरकत में आ गया। दमकल विभाग और एंबुलेंस सेवा तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। दमकलकर्मियों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जयपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और हादसे के वास्तविक कारणों का जल्द पता लगाया जाएगा।
अस्पताल में घायलों की हालत गंभीर
जयपुर (Jaipur) के एसएमएस अस्पताल में 40 से अधिक घायलों को भर्ती कराया गया, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, कई घायलों को बुरी तरह से जलने के कारण आईसीयू में रखा गया है। स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खीमसर ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया और उनके परिजनों से मुलाकात की।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी राजेश कुमार ने कहा, “मैं जयपुर-अजमेर हाईवे से गुजर रहा था। अचानक जोरदार धमाका हुआ और चारों ओर आग की लपटें फैल गईं। मैंने लोगों को भागते हुए और मदद के लिए चिल्लाते हुए देखा। यह दृश्य जीवनभर नहीं भूलूंगा।”
स्कूल वैन चालक देवेंद्र सिंह ने कहा, “घटना के तुरंत बाद अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। मैंने एक व्यक्ति को आग की लपटों में घिरा देखा। यह बेहद डरावना दृश्य था।”
हादसे का तकनीकी पहलू
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जिस ट्रक ने गैस टैंकर को टक्कर मारी, वह एक रासायनिक पदार्थ से भरा हुआ था। टक्कर के कारण गैस टैंकर में विस्फोट हुआ और आग तेजी से फैल गई। जयपुर पुलिस के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में टैंकर में विस्फोट और आग की लपटें स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं।
हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एसएमएस अस्पताल पहुंचे और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. जिसके बाद घटनास्थल पर भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मौका मुआयना किया. सीएम ने घोषणा की है कि सीएनजी टैंकर ब्लास्ट घटना की विस्तृत जांच की जाएगी. इस घटना में लगभग 35 लोग घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है |
मुख्यमंत्री ने इस घटना को बहुत दुखद और चिंताजनक बताया है. जयपुर (Jaipur) पुलिस ने घायलों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं – 9166347551, 8764688431 और 7300363636. एडिशनल पुलिस कमिश्नर योगेश दाधीच ने बताया कि इन नंबरों पर संपर्क कर घायलों के बारे में जानकारी ली जा सकती है.
हादसे के बाद का राहत कार्य
जयपुर (Jaipur) प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए विशेष टीमों को तैनात किया है। दमकल विभाग ने कहा कि आग बुझाने के लिए भारी मात्रा में पानी और रसायनों का इस्तेमाल किया गया। राहत कार्य अभी भी जारी है, और सटीक क्षति का आकलन किया जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री की संवेदनाएं
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘राजस्थान के जयपुर (Jaipur) में हुआ सड़क हादसा अत्यंत दुःखद है. इस हादसे में अपना जीवन गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. इस संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात हुई. स्थानीय प्रशासन घायलों को तुरंत उपचार प्रदान करने का काम कर रहा है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’
राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जयपुर (Jaipur) में सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु प्रार्थना करती हूं. उनके परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं! मेरी प्रार्थना है कि घायल हुए लोग शीघ्र ही स्वस्थ हों.’’
अधिकारी के अनुसार, ‘‘राजसमंद से जयपुर आ रही एक निजी स्लीपर बस दुर्घटना के समय गैस टैंकर के पीछे थी. बस में सवार यात्रियों के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास जारी हैं. जले हुए वाहनों को राष्ट्रीय राजमार्ग से हटाया जा रहा है ताकि यातायात बहाल हो सके.’’
घटना के कारणों की जांच जारी
जयपुर (Jaipur) पुलिस ने बताया कि हादसे की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि ट्रक ड्राइवर की लापरवाही के कारण यह दुर्घटना हुई। हालांकि, पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।
भांकरोटा थान के SHO मनीष गुप्ता ने बताया कि आग ने कई ट्रकों और वहां मौजूद वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया है. घटना में शामिल वाहनों की संख्या अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है. झुलसे हुए कुछ लोगों को एम्बुलेंस में अस्पतालों में ले जाया गया है.”
स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई
जयपुर (Jaipur) प्रशासन ने कहा कि इस हादसे में प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घायलों के इलाज में कोई भी कमी न रहे। उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ितों के परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू करेगी।
जयपुर के जिला कलेक्टर ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। जयपुर की स्थानीय प्रशासनिक इकाइयाँ लगातार स्थिति की निगरानी कर रही हैं और हर जरूरी कदम उठा रही हैं। राहत सामग्री और मेडिकल सुविधाएँ भी जयपुर के विभिन्न अस्पतालों में उपलब्ध कराई जा रही हैं, ताकि घायलों को समय पर उपचार मिल सके।
जयपुर पुलिस और आपदा प्रबंधन दल घटना स्थल पर लगातार काम कर रहे हैं। जयपुर के नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे प्रशासन का सहयोग करें और अफवाहों से बचें। जयपुर की सामाजिक संस्थाएँ और स्वयंसेवी संगठन भी इस संकट की घड़ी में आगे आकर मदद कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर सरकार घटना की पूरी जाँच कराएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। जयपुर के सभी सरकारी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है और स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं।
जयपुर के अस्पतालों में डॉक्टरों की एक विशेष टीम तैनात की गई है, जो घायलों का इलाज कर रही है। जयपुर में स्वास्थ्य विभाग की सभी एम्बुलेंस सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
जयपुर प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं, ताकि प्रभावित लोग आवश्यक जानकारी और सहायता प्राप्त कर सकें। जयपुर के स्थानीय निवासियों ने भी रक्तदान करके घायलों की मदद करने का सराहनीय कदम उठाया है।
जयपुर की इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन जयपुर के लोगों ने अपनी एकता और साहस का परिचय दिया है। जयपुर प्रशासन यह सुनिश्चित करने में जुटा हुआ है कि हर जरूरतमंद को आवश्यक सहायता मिले और जल्द से जल्द स्थिति सामान्य हो सके।
सुरक्षा उपायों की मांग
जयपुर (Jaipur)-अजमेर हाईवे पर हादसे की खबर फैलते ही सुरक्षा उपायों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से हाईवे पर वाहनों की गति सीमा तय करने और सख्त निगरानी की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए जरूरी है कि ट्रकों की नियमित जांच की जाए और सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू किया जाए।
अंत में
जयपुर (Jaipur) -अजमेर हाईवे पर हुए इस भीषण हादसे ने कई परिवारों की जिंदगियां तबाह कर दी हैं। प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे और इस हादसे से सबक लेते हुए सुरक्षा के कड़े कदम उठाए जाएंगे। जयपुर (Jaipur) शहर में इस हादसे ने एक गहरा दर्द छोड़ दिया है, जिसकी यादें लंबे समय तक बनी रहेंगी।
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्राथमिक सूचना पर मानसरोवर दमकल केंद्र से कुछ दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन बाद में अन्य केंद्रों से भी दमकल गाड़ियां भेजी गईं.’’क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय की एक टीम भी घटना की जांच करने के लिए मौके पर पहुंची.
अधिकारियों ने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों की ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पाइप बनाने वाली एक फैक्टरी भी तबाह हो गई और पाइप पिघल गए हैं. हादसे में राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 300 मीटर का हिस्सा प्रभावित हुआ, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई.
एक स्कूल वैन चालक ने बताया कि आग की लपटें एक किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थीं और वहां अफरातफरी मची हुई थी.
पीड़ितों के परिजनों की मदद के लिए जिला प्रशासन की एक टीम अस्पताल में मौजूद है. जयपुर पुलिस ने दुर्घटना में घायलों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.